एक दिल था मेरा जो मैंने दिया था तुझको
एक दिल था मेरा जो मैंने दिया था तुझको पर तेरी याद तो शायर कर गई मुझको माना रह ना …
एक दिल था मेरा जो मैंने दिया था तुझको पर तेरी याद तो शायर कर गई मुझको माना रह ना …
दर्द था दिल में पर जताया कभी नहीं आँसू थे आँखों में पर दिखाया कभी नहीं यही फ़र्क है दोस्ती …
आसमान से तोड़ कर सितारा दिया है आलम ए तन्हाई में एक शरारा दिया है मेरी किस्मत भी नाज करती …
बहुत बहुत रोएगी जिस दिन में याद आऊंगा और बोलेगी एक पागल था जो पागल था सिर्फ मेरे लिए Bahut …
दिल में आपकी हर बात रहेगी जगह छोटी है पर आबाद रहेगी चाहे हम भुला दे इस ज़माने को ये …
शादी करने के लिए रूप और पैसे होना चाहिए पर दोस्ती करने के लिए बड़ा दिल होना चाहिए लोग रिश्ते …