खबर मरने की जब आये | Sad Shayari Image
खबर मरने की जब आये तो ये ना समझना हम दगाबाज थे किस्मत ने गम इतने दिए बस जरा सा …
खबर मरने की जब आये तो ये ना समझना हम दगाबाज थे किस्मत ने गम इतने दिए बस जरा सा …
जिंदगी में कुछ हसीन पल यूंही गुजर जाते है रह जाती है यादें और इंसान बिछड़ जाते है Jindagee mein …
मुझे किस्मत से सिकवा तो नहीं लेकिन ये खुदा वो जिंदगी में क्यों आया जो किस्मत में नहीं था Mujhe …
जिस दिन हम आपके बिना रह लें खुद को हम मिटा देंगे आप हमसे दूर जाने की बातें मत करो …
सुन पगली आज चर्चा हजारों में है कल लाखों में होगी आज अपना नाम लोगों के दिलों में है कल …
अकेले हम ही शामिल नहीं है इश्क़ की जुर्म में जब नज़रे मिली थी तो तू भी मुस्कुराई थी Akele …
अकेले रोना भी क्या खूब कारीगरी हैं सवाल भी खुद के होते हैं और जवाब भी खुद के Akele rona …
एक दिल था मेरा जो मैंने दिया था तुझको पर तेरी याद तो शायर कर गई मुझको माना रह ना …
बहुत बहुत रोएगी जिस दिन में याद आऊंगा और बोलेगी एक पागल था जो पागल था सिर्फ मेरे लिए Bahut …
तुझे जब देखता हूँ तो खुद की अपनी याद आती है मेरा अंदाज हँसने का कभी तेरे ही जैसा था …